दुनिया भर में कई लोग अपनी दया दिखाते हैं . वे दूसरों की मुश्किलों का सामना करते समय मदद देते हैं और उनका सहयोग करते हैं . परन्तु क्या हम यह जानते हैं कि इस दयालुता की धारणा में धोखा होने का खतरा है ?
ये दुष्ट विचार रखने वाले हमारे दया का शिकार बनाते हैं. वे झूठ बोलते हैं और हमें बेवकूफ बनाते हैं.
हमारे जीवन में दया का प्रलोभन हमें आहत कर सकता है . इसलिए हमें चाहिए कि हम दयालु बनते रहें परन्तु साथ ही ध्यान रखें
दुनिया में अच्छाई और बुराई का खेल चल रहा है। कुछ लोग, कई लोग, कुछ भी अच्छे काम करते हैं, जबकि कुछ लोग, अन्य लोग, बहुत कम बुराई फैलाते हैं। हमेशा ही यह ध्यान रखना जरूरी है कि हर इंसान की आत्मा, विचारधारा, दुनिया अलग होती है। एक व्यक्ति, एक और व्यक्ति, कुछ भी को न्याय करने का अधिकार तो कोई नहीं रखता।
दयालु बनें, समझदार बनें, सजग रहें जरूर, लेकिन सावधान रहें, अविश्वासी बनें, भरोसा ना करें भी ज़रूरी है। किसी भी व्यक्ति के चाहतों, इरादों, उद्देश्यों पर ध्यान देना चाहिए और अच्छे-बुरे का, दया का, न्याय का पहलू देखना महत्वपूर्ण है।
सपनों की चोटियाँ, दुःख के गढ़
यह एक उपन्यास है, जो दिलों के धोखे पर आधारित है। जहां वादा के फल फूलते थे, वहीं अंत में दुर्भावनापूर्ण तज्ज्ञ ने उन सबको तड़ा दिया।
यह व्यक्ति का साथ था जो भावना से जुड़ा हुआ था, परंतु समय ने अपनी सच्चाई बताई और अंत में वो सब दूर हो गया।
वास्तविकता का सच है कि कुछ बदल जाता है, उम्मीदें भी टूट सकती हैं और विश्वासघात का परिणाम हर किसी को मिल सकता है।
दयालुता का पहाड़: फँसने से पहले सोचें
दयालुता अत्यंत महत्वपूर्ण है, लेकिन भीतर/बाहर/बढ़े विश्वास करना भी जरूरी है कि हर किसी के पास चाहत/समझ/इच्छा होती है और हमेशा मददगार नहीं होते. कभी-कभी हमारे दिल/मन/आत्मा में बहुत/अधिक/ज्यादा दयालुता होना हमें मुश्किल स्थिति में डाल सकता है। इसलिए, किसी भी व्यक्ति की मदद करने से पहले थोड़ा सा सोचें कि क्या यह आपके लिए सही है और क्या आपको नुकसान/हानि/विपत्ति हो सकती है.
यह समझना/सुनना/दृष्टि जरूरी है कि हम दूसरों की मदद करते हुए खुद को भी सुरक्षित रखें। एक मजबूत व्यक्ति आत्मनिर्भर/मज़बूत/शक्तिशाली होता है जो अपनी सीमाओं को जानता है और उनका सम्मान करता है।
खूब प्यार करो पर ध्यान रखो मालिक का किलोल |
यह जीवन इतना ही व्यापक है कि हर किसी को अपनी अपनी इच्छित जीवन का अनुभव होना चाहिए। लेकिन, यह भी सच है कि बहुत से लोग धोखेबाज़ होते हैं, और इसलिए प्यार करते समय महत्वपूर्ण है।
यदि आप किसी से प्यार करते हैं, तो उन्हें सुनें, लेकिन कभी भी अपनी सीमाएँ न भूलें।
दयालुता का खतरा
दुनिया में सच्चाई यह है कि बहुत से व्यक्ति अपने आप को बेहतर मानता है। यह एक दुर्भाग्यपूर्ण परिस्थिति है जो हमें सावधान रहने की आवश्यकता है, खासकर जब हम दया दिखाते हैं। अन्य लोग दया को अपने फायदे के लिए more info उपयोग करने में कुशल बन जाते हैं, इसलिए हमें अत्यधिक विश्वास न करना चाहिए और अपनी सीमाओं का ध्यान रखना चाहिए।
- विवेकपूर्ण बनें
- आत्म-रक्षा का अभ्यास करें
- हार न मानें
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